कोरबा, सिविल लाइन थाना क्षेत्र अंतर्गत दिनांक 22 जुलाई 2025 को एक महिला की जली हुई अवस्था में लाश मिलने के मामले में पुलिस ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है। मृतिका की पहचान सुषमा खुसरो, निवासी रामाकछार, थाना पाली के रूप में हुई है, जिसकी शादी आर्य समाज बिलासपुर में अभिनेक कुमार लदेर से हुई थी। दोनों पति-पत्नी गोकुल नगर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी कोरबा में किराए के मकान में निवासरत थे।
घटना का विवरण:
दिनांक 22.07.2025 को सुबह 09 से 10 बजे के मध्य पति-पत्नी के बीच पिक्चर देखने की बात को लेकर कहासुनी हुई। पति अभिनेक कुमार के अनुसार, वह 11 बजे केनरा बैंक टीपी नगर गया और लगभग 3 बजे लौटने पर देखा कि घर का दरवाजा अंदर से बंद था। किसी प्रतिक्रिया न मिलने पर जब बालकनी से अंदर झांका तो धुंआ निकलता दिखा। अंदर जाकर देखा तो सुषमा की जली हुई लाश मिली। घटना की सूचना पर थाना सिविल लाइन द्वारा मर्ग क्रमांक 55/25 धारा 194 बीएनएसएस कायम कर जांच प्रारंभ की गई।
जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा:
पुलिस द्वारा शव का पंचनामा, स्थल निरीक्षण, वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्र कर विस्तृत जांच की गई। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में महिला की मौत हत्या के बाद जलाने से होना पाया गया। फलस्वरूप अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक 446/25 धारा 103(1) बीएनएस पंजीबद्ध किया गया।
पति निकला हत्यारा:
पुलिस अधीक्षक के व्दारा घटना के शीघ्र निराकरण के लिए , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षक कोरबा – दर्री के नेतृत्व मे 5 टीम घटित कर, साईबर तकनीकी साक्ष्य, 65 सीसीटीवी फुटेज और लगातार पूछताछ के बाद पति अभिनेक कुमार लदेर (उम्र 25 वर्ष, निवासी छुईयापारा) को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई, जिसमें उसने अपराध स्वीकार कर लिया। आरोपी ने बताया कि पत्नी से विवाद के बाद गुस्से में आकर उसकी चुनरी से मुंह बांध दिया और तकिये से मुंह-नाक, गला दबा कर हत्या कर दी। हत्या के पश्चात साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से शव को कागज अखबार व कपड़ा को एकत्रित कर फैला कर जलाने की कोशिश कर आत्महत्या का रूप दिखाने का प्रयास किया
पारिवारिक विवाद बना हत्या का कारण:
आरोपी एवं मृतका दोनों ग्राम पंचायत में सचिव पद पर कार्यरत थे। बच्चों को लेकर आये दिन विवाद होता रहता था। आरोपी लंबे समय से पत्नी से नाराज था और तीन माह से हत्या की योजना बना रहा था।
आगे की कार्यवाही:
आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है। पुलिस द्वारा मामले में तकनीकी और वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्र कर जांच को अंतिम रूप दिया जा रहा है। हत्या के मामले के सुलझाने मे थाना प्रभारी सिविल लाइन प्रमोद, एसआई दुर्गेश, विमलेश, श्याम सिंह,अनिता आर• जितेंद्र, योगेश, संदीप, संजय, शेख साहबान, संजय रात्रे, गंगा, चंद्रकांत गुप्ता, राजनी कंवर का विशेष योगदान रहा।